कोरोना वायरस पर पूरी दुनिया में स्टडी, शोध, रिसर्च लगातार हो रहे हैं. हर दिन नए दावे सामने आ रहे हैं. हर दिन नई जानकारियां आ रही हैं. ऐसे में अब पता चला है कि कोरोना वायरस के बारे में जितना अनुमान लगाया गया था, यह उससे दोगुनी गति से फैल रहा है. चीन के वुहान शहर पर किए गए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है.
पहले यह जानकारी आई थी कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज करीब 2.2 से 2.7 लोगों को संक्रमित कर सकता है. यानी 2 से 3 लोगों को. लेकिन अब नई जानकारी यह आ रही है कि कोरोना वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से 5.7 लोगों को बीमार कर सकता है. यानी 6 लोगों को.
यह अध्ययन किया है न्यू मेक्सिको की लॉस अलामॉस नेशनल लेबोरेटरी ने. इस प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने वुहान में हुए संक्रमण के पैटर्न का अध्ययन किया, इसमें बताया गया है कि इस शहर से निकले वायरस ने औसत तौर पर एक आदमी से करीब 6 लोगों को बीमार किया है.
कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में अब तक 1 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. करीब 17 लाख लोग बीमार है. लेकिन पांच महीने हो चुके हैं इस वायरस को फैले हुए लेकिन अभी तक इसके रोकथाम का कोई तरीका सामने नहीं आया है.
डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस स्टडी में बताया गया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित करीब 82 फीसदी लोगों ने अब तक इस वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है.
कोरोना वायरस को लेकर पहले एक स्टडी आई थी कि पहले 6 से 7 दिन में यह किसी मरीज के शरीर से निकलर दूसरे दो या तीन लोगों को संक्रमित करता है. लेकिन, तब भी इस बात की चेतावनी दी गई थी कि इसके फैलने की दर ज्यादा हो सकती है.
वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले व्यक्ति का शरीर 4.2 दिन में लक्षण दिखाने लगता है. जबकि, पहले यह बताया गया था कि लक्षण 6.2 दिन में दिखाई देते हैं.
18 जनवरी से पहले चीन के अस्पताल में जितने लोग भर्ती हुए उनके शरीर में लक्षण दिखने की दर 5.5 दिन था. लेकिन 18 जनवरी के बाद से इन लक्षणों के दिखने का औसत समय कम होकर 1.5 दिन हो गया था.
लॉस अलामॉस नेशनल लेबोरेटरी के इस अध्ययन से इस बात का खुलासा हुआ है कि यह वायरस एक मरीज से 2 या 3 लोगों को संक्रमित नहीं करता. बल्कि, यह 5 या 6 लोगों को संक्रमित कर सकता है.