कोरोना वायरस पर बीबीसी हिंदी सोमवार से शुक्रवार तक डिजीटल बुलेटिन का प्रसारण करता है. आधे घंटे का यह कार्यक्रम फ़ेसबुक पर लाइव होता है. इस दौरान श्रोताओं के बहुत से सवाल भी हमें मिलते हैं. उनमें से कुछ सवालों के जवाब हम यहां दे रहे हैं.
सवाल: कोरोना वायरस का प्रकोप क्या गर्मी आने पर समाप्त हो जाएगा?
जवाब: कुछ लोगों का मानना है कि जैसे-जैसे तापमान में वृद्धि होगी कोरोना वायरस का प्रकोप ख़त्म हो जाएगा. लेकिन जानकार कहते हैं कि महामारियां आमतौर पर मौसमी बीमारियों के वायरस जैसी नहीं होतीं. पूरी जानकारी के लिए यह वीडियो देख सकते हैं.
सवाल: क्या कोरोना वायरस हवा से भी फैलता है?
जवाब: बहुत से दावे ऐसे किये गए हैं जिसमें कोरोना वायरस को एयरबॉर्न यानी हवा से फैलने वाला वायरस बताया गया है. दावा ये भी किया जा रहा है कि यह हवा में आठ घंटे तक रह सकता है. इन दावों की सच्चाई जानने में यह यह फ़ैक्ट चेक आपकी मदद करेगा.
सवाल: क्या कोरोना वायरस अख़बार छूने या नोट छूने से भी हो सकता है?
जवाब: पैसों का लेन-देन और अख़बार पढ़ना क्या ख़तरनाक हो सकता है, ये सवाल बहुत से लोगों ने पूछा. अगर बात पैसों की करें तो कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने सुझाव दिया है कि ‘जनता फ़िलहाल नक़दी उपयोग करने से बचे और लेन-देन के लिए भुगतान के डिजिटल साधनों का प्रयोग करे.’
सवाल: भारत में संक्रमण अभी किस स्टेज में हैं?
जवाब: आईसीएमआर के अनुसार कोरोना वायरस फैलने के चार चरण हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक़ कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में दूसरे स्तर पर है. मतलब ये कि फ़िलहाल संक्रमण उन्हीं लोगों तक फैला है जो संक्रमण वाले देशों से भारत आए या फिर उन लोगों में फैला जो संक्रमित लोगों के संपर्क में आए.
यह स्टेज भारत पार कर चुका है क्योंकि ऐसे लोगों से भारत में स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैल चुका है.
दूसरे चरण में स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलता है, लेकिन ये वे लोग होते हैं जो किसी ना किसी ऐसे संक्रमित शख़्स के संपर्क में आए जो विदेश यात्रा करके लौटे थे.
तीसरा और थोड़ा ख़तरनाक स्तर है ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ का, जिसे लेकर भारत सरकार चिंतित है.
सवाल: क्या लॉकडाउन ज़रूरी था?
जवाब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की. लेकिन क्या लॉकडाउन ही विकल्प था, ये सवाल कई लोगों ने पूछा. इसके लिए आप ये वीडियो देख सकते हैं.
सवाल: कब ख़त्म होगा लॉकडाउन? क्या बढ़ भी सकता है?
जवाब: लॉकडाउन को लेकर भारत की केंद्र सरकार की ओर से अभी कोई घोषणा नहीं की गई है. हालांकि कुछ राज्यों ने संकेत दिये हैं कि लॉकडाउन बढ़ सकता है.
सवाल: कोरोना वायरस पानी, प्लास्टिक, धातु या कपड़े पर कितनी देर तक सक्रिय रहता है?
जवाब: कोरोना वायरस के संदर्भ में सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक़, वायरस वाली किसी सतह या वस्तु को छूने के बाद अपने चेहरे को छूना ‘वायरस के फैलने की मुख्य वजह नहीं मानी गई है.’
सवाल: क्या लहसुन खाने, नींबू पानी पीने, गिलोय पीने से नहीं होता संक्रमण?
जवाब: कोरोना वायरस को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां हैं. वैसे तो लहसुन खाने से किसी को नुक़सान नहीं होता लेकिन यह सोचकर कि इससे कोरोना वायरस नहीं होगा, उसका अधिक सेवन करना हमारे स्वास्थ्य पर ज़रूर असर डाल सकता है.
सवाल: क्या कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन से पर्यावरण में सुधार आया है?
जवाब: लॉकडाउन की वजह से भारत की राजधानी दिल्ली समेत तमाम दूसरे शहरों में वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण में भारी कमी आई है. दिल्ली के वायु प्रदुषण में भारी कमी देखी जा रही है. आँकड़ों की बात करें तो दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर साल 2018 और 2019 के दौरान 5 अप्रैल को पीएम 2.5 का स्तर तीन सौ से ऊपर था. लेकिन इस साल लॉकडाउन की वजह से ये स्तर गिरकर 101 पर आ गया है.
सवाल: क्या बच्चों को कम ख़तरा है?
जवाब: अभी तक जितने मामले सामने आए हैं उनमें बच्चों का प्रतिशत कम रहा है. यह वायरस मुख्य तौर पर बुजुर्गों के लिए घातक है.
सवाल: क्या एकबार कोविड 19 से ठीक हो जाने के बाद ये दोबारा भी हो सकता है?
जवाब: विज्ञान कहता है कि विज्ञान कहता है कि एक बार किसी वायरस का संक्रमण होने के बाद इंसानी शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति उस वायरस से लड़ना सीख जाती है. इस कारण वो वायरस उस इंसान को फिर से नुक़सान नहीं पहुंचा सकता.
सवाल: भारत में रोज़ाना कितनी जांच हो रही है? क्या कम जांच की वजह से ही मामले भी कम हैं?
जवाब:विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस टेस्ट को लेकर भारत में अभी और गंभीरता लाने की ज़रूरत है. भारत के लिहाज़ से देखें तो यहां ऐसे सेंटर कम ही हैं. भारत में कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए हर राज्य में कुछ चुनिंदा अस्पतालों को ही सेंटर बनाया गया है, जो कि आबादी के लिहाज़ से पर्याप्त नहीं हैं.
सवाल: क्या कोरोना वायरस कबूतर, मक्खी या मच्छर से भी फैलता है?
जवाब: इस संबंध में अभी तक कोई पुष्टि जानकारी नहीं है. ना ही कोई रिसर्च ऐसा दावा करती है.
सवाल: स्पेनिश फ़्लू क्या था?
जवाब: ऐसा माना जाता है कि इस महामारी से दुनिया की एक तिहाई आबादी प्रभावित हुई थी और करीब पांच से दस करोड़ लोगों की मौत हो गई थी.
अगर इन सवालों में आपका सवाल शामिल नहीं हो सका तो हमें शाम को प्रसारित होने वाले डिजीटल बुलेटिन कार्यक्रम के दौरान कमेंट करके ज़रूर बताएं और अपना सवाल भी पूछें. हमारी पूरी कोशिश होगी कि आपको आपके सवालों के जवाब दे सकें.