सिक्योरिटी और डेटा प्रोटेक्शन के खतरे के चलते जर्मन फॉरेन मिनिस्ट्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस Zoom के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया है. ये जानकारी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने न्यूजपेपर Handelsblatt के हवाले से दी है. वहीं, दूसरी तरफ टेक दिग्गज गूगल ने भी अपने कर्मचारियों को जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप को लैपटॉप में इस्तेमाल करने से मना कर दिया है.
Handelsblatt पब्लिकेशन ने मिनिस्ट्री के इंटरनल मेमो का जिक्र किया है. इस मेमो में लिखा है, ‘मीडिया रिपोर्ट्स और खुद की जांच के आधार पर हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि जूम के सॉफ्टवेयर में महत्वपूर्ण कमजोरियां हैं और गंभीर सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन से जुड़ी समस्याएं हैं.’
एक सरकारी सूत्र ने इस मेमो की पुष्टि की है, हालांकि फिक्स्ड-लाइन कनेक्शन के जरिए जूम के डेस्कटॉप वर्जन के इस्तेमाल को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. हालांकि, इसमें गोपनीय बातें नहीं की जा सकती, क्योंकि ऐप में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की कमी है.
दूसरी तरफ Google ने बुधवार को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपने कर्मचारियों के लैपटॉप पर जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है.
गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही हमारी सिक्योरिटी टीम ने कर्मचारियों से कहा है कि वे अब जूम ऐप को कॉर्पोरेट कम्प्यूटर्स पर नहीं चला पाएंगे, क्योंकि ये हमारे ऐप के सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स को मैच नहीं करता है. प्रवक्ता ने आगे कहा कि जूम का इस्तेमाल मोबाइल ऐप्स और ब्राउजर के जरिए किया जा सकता है.