नई दिल्ली. देश में लॉकडाउन (Lockdow)के बीच केंद्र सरकार ने लोगों से गुजारिश की है कि वो घरों में रहें. घर में रहते हुए कई बार ऐसा होता है कि लोग बाहर जाना चाहते हैं और नहीं जाने की स्थिति में डिप्रेशन (Depression) के शिकार हो जाते हैं. डिप्रेशन की समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है जहां से फोन करके जानकारी हासिल की जा सकती है.
ये है टोल फ्री नंबर
निमहंस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस) के डॉक्टरों ने एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है. 08046110007 नम्बर टोल फ्री है और कभी भी आप डिप्रेशन से संबंधित समस्या को इस नम्बर पर बता सकते हैं जहां डॉक्टर आपको समाधान बताएंगे.
यकीनन इतने बड़े लॉकडाउन में डिप्रेशन कहीं बड़ी समस्या नहीं बन जाए इसके लिए डॉक्टरों को अलग से ट्रेनिंग दी जा रही है. इस समस्या से कैसे निपटें और अगर कोई डिप्रेशन का शिकार हो रहा है तो उसका इलाज कैसे किया जाए.
खासकर तब जब ज्यादातर अस्पतालों में ओपीडी बंद हैं. इसे ध्यान में रखते हुए टेलीफोन पर कैसे मरीज को समझाया और बताया जाए इसकी खास ट्रेनिंग दी जा रही है.
पलायन कर रहे लोगों को रहना होगा आइसोलेशन में
देश में लॉकडाउन के बीच मजदूरों के पलायन से केन्द्र सरकार चिंतित है. इसे ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पलायन कर रहे मजदूरों के लिए गाइडलाइन जारी की है.
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि घर जाने वाले मजदूरों को अगले 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा. उन्होंने कहा कि अब किसी भी तरह का पलायन नहीं होने दिया जाएगा.
इसके लिए स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को सूचित किया गया है. सभी जिलाधिकारियों को कहा गया है कि उनके इलाके में जो भी मजदूर आ रहे हैं उन्हें चिन्हित किया जाए.
इसके साथ ही उन मजदूरों के लिए अलग से रहने की व्यवस्था करने के लिए राज्य सरकारों को कहा गया है. पलायन कर चुके लोगों को 14 दिन के आइसोलेशन में रखने के लिए राज्य सरकारों से कहा गया है. यही नहीं, पलायन कर रहे लोगों में अगर कोरोना के कोई लक्षण दिखते हैं तो उसे स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में लाया जाए.