बीजिंग: पूरे देश में इस बात का शोर है कि चीन (China) से कोरोना वायरस (Coronavirus) की उत्पत्ति हुई, लेकिन इटली (Italy) के प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ ने एक बड़े राज से पर्दा उठाया है. उन्होंने बताया कि चीन से पहले ये वायरस इटली में दाखिल हो चुका था.
हाल ही में इटली के प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ गियूसेप्पे रेमुज्जी ने अमेरिकी मीडिया को इंटरव्यू देते समय कहा कि कोविड-19 का संदिग्ध वायरस शायद पिछले वर्ष के नवंबर व दिसंबर में इटली में मौजूद था.
गौरतलब है कि गियूसेप्पे इटली यहां तक कि पूरे यूरोप में प्रसिद्ध मारियो नेगरी फार्माकोलॉजी अनुसंधान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो ने 19 मार्च को अपनी वेबसाइट पर उनका इंटरव्यू जारी किया.
कार्यक्रम में जब होस्ट ने गियूसेप्पे से पूछा कि क्यों 21 फरवरी को महामारी के प्रकोप में इटली ने कुछ भी तैयारी नहीं की? तो गियूसेप्पे ने जवाब दिया कि उन्हें अभी सामान्य चिकित्सकों से यह ताजा खबर मिली कि उन चिकित्सकों की याद में पिछले साल के नवंबर व दिसंबर में उन्हें बुजुर्गो में अजीब निमोनिया के लक्षण दिखे.
रोगियों की स्थिति बहुत गंभीर थी. इसे जाहिर होता है कि शायद चीन में महामारी के प्रकोप से पहले यह वायरस लोम्बार्डी क्षेत्र में फैलने लगा था.
गियूसेप्पे ने 11 मार्च को एक अखबार में प्रकाशित हुए उनके एक लेख के अनुसार 11 मार्च के बाद चार हफ्तों में इटली में संक्रामक रोगियों की संख्या शायद 40 हजार से अधिक पहुंच जाएगी. इसके साथ ही चार हजार आईसीयू बेड की जरूरत होगी.