वैश्विक महामारी घोषित हो चुका कोरोना वायरस पूरी दुनिया में अब तक करीब दो लाख लोगों को अपना शिकार बना चुका है. अब तक ऐसा दावा किया जा रहा था कि कोरोना वायरस सिर्फ सरफेस के माध्यम से ही इंसानों तक पहुंच बनाता है. अब एक हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ये जानलेवा वायरस हवा में भी घंटों तक जीवित रह सकता है.
वैश्विक महामारी घोषित हो चुका कोरोना वायरस पूरी दुनिया में अब तक करीब दो लाख लोगों को अपना शिकार बना चुका है. अब तक ऐसा दावा किया जा रहा था कि कोरोना वायरस सिर्फ सरफेस के माध्यम से ही इंसानों तक पहुंच बनाता है. अब एक हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ये जानलेवा वायरस हवा में भी घंटों तक जीवित रह सकता है.
इसके लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस के जरिए एरोसोल का हवा में छिड़काव किया. ये एरोसोल कोरोना वायरस होने पर छींक या खांसी में बाहर आने वाले माइक्रोस्कोपिक ड्रॉपलेट्स की नकल थी.
इसके लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस के जरिए एरोसोल का हवा में छिड़काव किया. ये एरोसोल कोरोना वायरस होने पर छींक या खांसी में बाहर आने वाले माइक्रोस्कोपिक ड्रॉपलेट्स की नकल थी.
इसके लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस के जरिए एरोसोल का हवा में छिड़काव किया. ये एरोसोल कोरोना वायरस होने पर छींक या खांसी में बाहर आने वाले माइक्रोस्कोपिक ड्रॉपलेट्स की नकल थी.
इसके लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस के जरिए एरोसोल का हवा में छिड़काव किया. ये एरोसोल कोरोना वायरस होने पर छींक या खांसी में बाहर आने वाले माइक्रोस्कोपिक ड्रॉपलेट्स की नकल थी.
इसके लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस के जरिए एरोसोल का हवा में छिड़काव किया. ये एरोसोल कोरोना वायरस होने पर छींक या खांसी में बाहर आने वाले माइक्रोस्कोपिक ड्रॉपलेट्स की नकल थी.
हालंकि वायरस के करीब 25 प्रतिशत पार्टिकल्स करीब एक घंटे तक एक्टिव रहेंगे. जबकि तीसरे घंटे में इनकी संख्या घटकर 12.50 प्रतिशत तक रह जाएगी.
हालंकि वायरस के करीब 25 प्रतिशत पार्टिकल्स करीब एक घंटे तक एक्टिव रहेंगे. जबकि तीसरे घंटे में इनकी संख्या घटकर 12.50 प्रतिशत तक रह जाएगी.
कोरोना वायरस अब देश के सामने बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब संख्या 148 हो गई है. इनमें 24 विदेशी हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई है. महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा 42 पॉजिटिव केस हैं.