नई दिल्ली: होली (Holi 2020) खेलने की तैयारी करने वाले लोगों को बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. कोरोना वायरस (Corona Virus) के चाइनीज एक्सपर्ट्स का कहना है कि होली के बाद कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या में एकदम उछाल आ सकता है. आशंका है कि होली के दौरान कोरोना वायरस तेजी से फैलेगा.
बता दें कि चीन में 25 जनवरी 2020 को चाइनीज न्यू ईयर मनाने के लिए लोग जमा हुए थे. इस दौरान तापमान कोरोना वायरस के लिए मुफीद था, जोकि 30 डिग्री से नीचे था. जिसके बाद कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैला. चाइना के जितने भी लोगों से बात हुई उन्होंने इस बात की तस्दीक की कि त्योहार मनाने लोग इकट्ठा हुए थे और इसके बाद वायरस के मामले बढ़ गए.
चीन में इस बार माउस ईयर शुरु हुआ है जिसे चाइनीज एस्ट्रोलॉजी में गोल्डन रेट ईयर कहते हैं. इस साल भी न्यू ईयर मनाने के लिए दुनिया भर के चाइनीज लोग अपने घर चाइना लौटे थे.
चीन में साल का सबसे बड़ा फैमिली रीयूनियन चाइनीज न्यू ईयर ही होता है.
कोरोना फैलने के दौरान चाइना में ही मौजूद रहे और फिर बाद में भारत लौटे अमित देशमुख कहते हैं, “त्योहार मनाने के बाद कोरोना के मामले बढ़ते देखा है हमने, न्यू ईयर पर 1 महीने की छुट्टी ले लेते हैं लोग और अपने सारे मांगलिक काम उसी दौरान करते हैं, लेकिन इस बार एक दूसरे से घुलने मिलने के दौरान ये वायरस फैल गया.”
वहीं चाइनीज स्टडीज इंडियन ओवरसीज के डायरेक्टर प्रसून शर्मा कहते हैं, “चाइना में त्योहार के दौरान इस बार जो हुआ उससे भारत को सबक लेना चाहिए. होली में लोग एक दूसरे के शरीर के बेहद करीब आते हैं, और चेहरे पर रंग लगाने को हाथ बढ़ाते हैं,जबकि कोरोना नाक और आंख तक आ जाने से ही फैल रहा है जबकि 2 फीट की दूरी हो तो इसके फैलने की संभावना कम है. इसलिए भारतीयों को इस बार केवल दूर से होली मनाना चाहिए या फिर केवल घर में बैठकर फोन पर ही शुभकामनाएं दे दें. इस बार सबसे अच्छी होली तब होगी जब आप होली ही न मनाएं.”
चाइना में हर साल एक एनिमल के नाम होता है. बारह एनिमल के आधार पर ईयर होते हैं. माउस (Golden Rat) चाइनीज एस्ट्रोलॉजी का पहला ईयर होता है. इससे पहले ये 2008 में आया था. सबसे अच्छा साल ड्रैगन वाले साल को माना जाता है. जबकि माउस वाले साल को ऐवरेज की श्रेणी में रखते हैं.
2019 में जो साल गुजरा है वो सूअर वाला था (Pig Year) Golden Rat यिन यांग थ्योरी के हिसाब से न्यू बिगिनिंग यानी नई शुरुआत का चिन्ह माना जाता है और धरती से जुड़ा हुआ माना जाता है.
चूहा प्रजाति की हरकतें उसके तौर तरीके उसके व्यवहार के आधार पर ये अनुमान लगाया जाता है कि लोगों का साल कैसा बीतेगा. देखा जाए तो चाइना में इस समय जो कुछ भी हुआ है उसके बाद उसे फिर से नयी शुरुआत करनी पड़ रही है. लेकिन इस समय भारत में कई जगह पर तापमान 30 से नीचे है. ऐसे में होली पर इकट्ठा होने पर इस वायरस के तेजी से फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता. वहीं WHO पहले ही बोल चुका है कि ये कोई ड्रिल नहीं है बल्कि महामारी फैली है और इसे रोकने के लिए पब्लिक प्लेस पर लोगों की भीड़ रोकना अच्छा उपाय है.